Franchise एक ऐसा बिजनेस मॉडल है जहां कोई बड़ा ब्रांड (Franchisor) अपना नाम, प्रोडक्ट्स और बिजनेस मॉडल किसी व्यक्ति (Franchisee) को इस्तेमाल करने की अनुमति देता है। इसके बदले में Franchisee को एक निश्चित फीस और रॉयल्टी देनी होती है।
Franchise का काम करने का तरीका:
1. Agreement:
Franchisee और Franchisor के बीच एक कानूनी समझौता होता है, जिसमें बिजनेस मॉडल, लोकेशन, ब्रांड इस्तेमाल करने के नियम और शर्तें तय होती हैं।
2. Investment:
Franchisee को शुरुआती निवेश (Initial Investment) करना पड़ता है। इसमें सेटअप, इंवेंटरी और अन्य खर्च शामिल होते हैं।
3. Support और Training:
Franchisor, Franchisee को अपने स्टैंडर्ड्स के मुताबिक ट्रेनिंग और सपोर्ट देता है।कैसे ग्राहकों से बात करनी है।प्रोडक्ट्स को कैसे प्रमोट करना है।
4. Income Sharing:
Franchisee अपने बिजनेस से कमाए गए प्रॉफिट में से एक हिस्सा रॉयल्टी के रूप में Franchisor को देता है।
5. Marketing और Branding:
Franchisor पूरी मार्केटिंग का जिम्मा लेता है और ब्रांड की पॉपुलैरिटी बढ़ाने का काम करता है।
Franchise मॉडल के फायदे:
1. Established Brand Name:
एक जाना-पहचाना नाम होने की वजह से ग्राहकों का भरोसा आसानी से बनता है।
2. Low Risk:
नया बिजनेस शुरू करने के मुकाबले Franchise लेने का रिस्क कम होता है।
3. Guidance और Support:
Franchisor की ओर से हमेशा मदद और गाइडेंस मिलती रहती है।
4. Proven Business Model:
Franchise का बिजनेस मॉडल पहले से ही कामयाब होता है, जिससे नुकसान का खतरा कम हो जाता है।
Franchise के नुकसान:
1. High Initial Cost:
बड़े ब्रांड्स की Franchise लेने में भारी निवेश की जरूरत होती है।
2. Limited Control:
Franchisee को बिजनेस के कई फैसले खुद से नहीं लेने दिए जाते।
3. Royalty और Fees:
हर महीने या सालाना आधार पर रॉयल्टी देना जरूरी होता है।
कौन-कौन से ब्रांड्स Franchise ऑफर करते हैं?
1. McDonald’s
2. Domino’s
3. Subway
4. Dr. Batra’s5. Patanjali
Franchise शुरू करने के स्टेप्स:
1. अपने बजट के अनुसार ब्रांड चुनें।
2. ब्रांड की डिटेल्स और प्रॉफिट मार्जिन समझें।
3. लोकेशन का सही चुनाव करें।
4. Franchisor के साथ एग्रीमेंट करें।
5. सेटअप और ट्रेनिंग पूरी करें।
किन्हें Franchise लेना चाहिए?
जिनके पास इन्वेस्टमेंट करने का बजट हो।जो एक फिक्स्ड बिजनेस मॉडल पर काम करना पसंद करते हों।जिन्हें बिजनेस शुरू करने में ब्रांड सपोर्ट चाहिए।अगर आपको इस पर और डीटेल्ड आर्टिकल चाहिए या इससे जुड़े अन्य टॉपिक्स पर जानकारी चाहिए, तो बताएं।